RPSC 2nd Grade Teacher Exam का जल्द ही आयोजन किया जायेगा | लाखो की संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा में हिस्सा लेते है | इस साल भी ऐसी ही उम्मीद है की बड़ी संख्या में परीक्षार्थी वरिष्ठ अध्यापक की परीक्षा में शामिल होंगे | अगर आप भी परीक्षा में शामिल होने के लिए तैयारी कर रहे है तो हम आपके लिए लाये है RPSC 2nd Grade GK Syllabus (Latest) in Hindi 2024 जो की आप विषयवार आप इस पेज से देख सकते है |
Latest RPSC 2nd Grade GK Syllabus in Hindi 2024 वरिष्ठ अध्यापक सामान्य ज्ञान नवीनतम पाठ्यक्रम
RPSC द्वारा हर वर्ष 2nd ग्रेड परीक्षा का आयोजन किया जाता है | इस साल दिसंबर माह में परीक्षा का आयोजन किये जाने की सम्भावना है | इससे पहले परीक्षार्थी बड़ी संख्या में अपनी अपनी योग्यता अनुसार अपने आवेदन पत्र जनवरी से फरवरी माह में ऑनलाइन विभाग को प्रस्तुत कर चुके है | इसके बाद सभी छात्र अब परीक्षा के सिलेबस का इन्तजार कर रहे है |
यहां हम आपको RPSC 2nd Grade GK Teacher Syllabus Hindi 2024 में दे रखे है | जिसके माध्यम से आप अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकते है | इस बार विभाग द्वारा 347 वरिष्ठ अध्यापक पदों के लिए भर्ती निकली गयी है |
RPSC 2nd Grade General Knowledge Subject Syllabus in Hindi PDF
Name Of Organization | Rajasthan Public Service Commission (RPSC) |
Name Of Post | Senior Teacher |
No. Of Vacancies | 347 + |
2nd Grade Teacher Online Form Start Date | 06 फरवरी 2024 |
2nd Grade Teacher Apply Last Date | 6 मार्च 2024 |
Mode Of Application | Online |
Job Location | Rajasthan |
Official Website | rpsc.rajasthan.gov.in |
RPSC 2nd Grade Senior Teacher GK Exam Pattern 2024
S. NO. | SUBJECT | No of Question | Total Marks |
1. | राजस्थान का भौगोलिक , ऐतिहासिक , सांस्कृतिक और सामान्य ज्ञान | 40 | 80 Marks |
2. | राजस्थान के संदर्भ में समसामयिकी | 10 | 20 Marks |
3. | विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान | 30 | 60 Marks |
4. | शैक्षिक मनोविज्ञान | 20 | 40 Marks |
TOTAL | 100 | 200 Marks |
- प्रश्न पत्र में सब्जी प्रश्न सामान अंक के होंगे |
- परीक्षा में 1/3 अंक का नकारात्मक अंकन भी होगा |
- वरिष्ठ अध्यापक पद के लिए प्रतियोगी परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र 200 अंक का सामान्य ज्ञान का होगा |
- प्रश्न पत्र का समय 2 घंटे का होगा |
RPSC 2nd Grade GK Syllabus in Hindi 2024 PDF
राजस्थान का भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामान्य ज्ञान : –
- भौतिक विशेषताएं , जलवायु, जल निकासी, वनस्पति, कृषि, पशुधन, डेयरी विकास, जनसंख्या वितरण, विकास, साक्षरता, लिंग अनुपात, धार्मिक संरचना उद्योग, योजना, बजटीय रुझान, प्रमुख पर्यटन केंद्र।
राजस्थान की प्राचीन संस्कृति और सभ्यता –
- कालीबंगा,
- आहाड़ ,
- गणेश्वर,
- बैराठ।
8वीं से 18वीं शताब्दी तक राजस्थान का इतिहास
- गुर्जर प्रतिहार वंश
- अजमेर के चौहान
- दिल्ली सल्तनत के साथ संबंध – मेवाड़, रणथंभौर और जालोर।
राजस्थान और मुगल –
- मेवाड़ के महाराणा सांगा, महाराणा प्रताप, राजसिंह , आमेर के मानसिंह, मारवाड़ के चंद्रसेन, बीकानेर के राय सिंह।
राजस्थान में स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास
- 1857 की क्रांति
- राजनीतिक जागृति
- प्रजामंडल आंदोलन
- किसान एवं जनजातीय आंदोलन
राजस्थान का एकीकरणसमाज और धर्म
- लोक देवता और देवियाँ ।
- राजस्थान के संत।
- वास्तुकला – मंदिर, किले और महल।
- चित्रकला – विभिन्न स्कूल।
- मेले और त्यौहार।
- सीमा शुल्क, कपड़े और गहने।
- लोक संगीत और नृत्य।
- भाषा और साहित्य
राजस्थान की राजनीतिक व प्रशासनिक व्यवस्था
- राज्यपाल का कार्यालय
- मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल
- राज्य सचिवालय और मुख्य सचिव
- राजस्थान लोक सेवा आयोग
- राज्य मानवाधिकार आयोग
- पंचायती राज का संगठन
- राजस्थान मे राज्य विधानसभा
(ii) राजस्थान के करेंट अफेयर्स:
राज्य स्तर पर सामाजिक-आर्थिक, राजनीतिक, खेल और खेल के पहलुओं से संबंधित प्रमुख समसामयिक मुद्दे और घटनाएं।
(iii) विश्व और भारत का सामान्य ज्ञान –
- महाद्वीप, महासागर और उनकी विशेषताएं,
- वैश्विक पवन प्रणाली,
- पर्यावरणीय समस्याएं,
- वैश्विक रणनीतियां, वैश्वीकरण और इसके प्रभाव,
- जनसंख्या प्रवृत्ति और वितरण,
इन्हे भी देखे : – One Student One Laptop Yojana 2024
भारत
- भौतिक विशेषताएं,
- मानसून प्रणाली,
- जल निकासी, वनस्पति और
- ऊर्जा संसाधन
भारतीय अर्थव्ययस्था
- भारत में कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र में वृद्धि और विकास।
- भारत का विदेश व्यापार: रुझान, संरचना और दिशा।
भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था और विदेश नीति :-
- भारत सरकार के अधिनियमों के विशेष संदर्भ में भारत का संवैधानिक इतिहास 1919 और 1935 के।
- भारतीय संविधान- अम्बेडकर की भूमिका, संविधान का निर्माण, मुख्य विशेषताएं,
- मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य, राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत।
- भारतीय राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के कार्यालय।
- राजनीतिक दल और दबाव समूह।
- भारत की विदेश नीति के सिद्धांत और इसके निर्माण में नेहरू का योगदान।
- भारत और संयुक्त राष्ट्र संघ, विशेष संदर्भ के साथ अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में उभरते रुझान वैश्वीकरण के लिए।
(iv) शैक्षिक मनोविज्ञान –
1 शैक्षिक मनोविज्ञान – कक्षा की स्थितियों में शिक्षक के लिए इसका अर्थ, कार्यक्षेत्र और निहितार्थ। विभिन्न मनोवैज्ञानिक और शिक्षा में उनका योगदान।
2. सीखना – इसका अर्थ और प्रकार, सीखने के विभिन्न सिद्धांत और शिक्षक के लिए निहितार्थ, सीखने का हस्तांतरण, सीखने को प्रभावित करने वाले कारक, रचनावादी सीखने।
3. शिक्षार्थी का विकास – शारीरिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास, एक व्यक्ति के रूप में बच्चे का विकास- अवधारणा विकास।
4 व्यक्तित्व – अर्थ, सिद्धांत और मूल्यांकन, समायोजन और इसकी क्रियाविधि, कुसमायोजन।
5.बुद्धि और रचनात्मकता – अर्थ, सिद्धांत और माप, सीखने में भूमिका, भावनात्मक बुद्धिमत्ता – अवधारणा और अभ्यास, मानव अनुभूति।
6. प्रेरणा – सीखने की प्रक्रिया में अर्थ और भूमिका, उपलब्धि प्रेरणा।
7 व्यक्तिगत अंतर – अर्थ और स्रोत, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा प्रतिभाशाली और प्रतिभाशाली छात्र, धीमी गति से सीखने वाले, अपराध।
8 विकास और शिक्षा में निहितार्थ – आत्म अवधारणा, दृष्टिकोण, रुचि, आदतें, योग्यता और सामाजिक कौशल।
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